Scientific Research on Corona Virus
रिसर्च करने पर कोरोना के बारे में यह (तथ्य) बातें सामने निकल कर आई।
- कोरोनावायरस को खत्म नहीं किया जा सकता क्योंकि यह वायरस एक निर्जीव कण है, जिस पर चर्बी की सुरक्षा-परत चढ़ी हुई होती है। यह कोई जिंदा चीज नहीं है, इसीलिए इसे मारा नहीं जा सकता बल्कि यह खुद ही रेजा-रेजा (कण-कण) होकर खत्म होता है।
- अब कई लोगों के मन में यह सवाल आएगा कि कोरोना वायरस के विघटन (रेजा-रेजा होकर खत्म होने) में कितना समय लगता है? रिसर्च के दौरान यह बात सामने निकल कर आई की कोरोनावायरस के विघटन की मुद्दत का दारोमदार इसके आसपास कितनी गर्मी या नमी है? या जहां यह मौजूद है, उस जगह की परिस्थितियां क्या है? इत्यादि बातों पर निर्भर करता है।
- कोरोनावायरस को कण-कण में कैसे विघटित किया जा सकता है? कोरोनावायरस बहुत कमजोर होता है। इसके ऊपर चढ़ी चर्बी की सुरक्षा परत फाड़ देने से यह खत्म हो जाता है। ऐसा करने के लिए साबुन या डिटर्जेंट के झाग सबसे ज्यादा प्रभावी होते हैं। 20 सेकंड या उससे ज्यादा साबुन या डिटर्जेंट के संपर्क में आने से इसकी सुरक्षा पर फट जाती है और यह नष्ट हो जाता है। इसीलिए अपने शरीर के खुले अंगों को बार-बर साबुन व पानी से धोना चाहिए, खास तौर पर उस वक्त जब आप बाहर से घर आएं हों। हम कोरोनावायरस को गर्म पानी के इस्तेमाल से भी खत्म कर सकते हैं। गर्मी कोरोनावायरस को जल्दी पिघला देती है। इसके लिए कम से कम 25 से 30 डिग्री गर्म (गुनगुने से थोड़ा तेज) पानी से शरीर के अंगों और कपड़ों को धोना चाहिए। छींकते या ख़ासते वक्त इस्तेमाल किए जाने वाले रूमाल को 25 डिग्री या इससे ज्यादा गर्म पानी से धोना चाहिए। सब्जियों को भी पकाने से पहले 25 डिग्री से ज्यादा पानी में डालकर धोना चाहिए। हम कोरोनावायरस को एल्कोहल मिले पानी (सेनीटाइजर) से भी इसकी सुरक्षा परत को तोड़ सकते हैं। परंतु उस सैनिटाइजर में अल्कोहल की मात्रा 65 परसेंट से ज्यादा होनी चाहिए, तभी यह उस पर चढ़ी सुरक्षा परत को पिघला सकता है। ब्लीचिंग केमिकल युक्त पानी से भी इसकी सुरक्षा परत तोड़ी जा सकती है, लेकिन इसके लिए पानी में ब्लीच की मात्रा 20% होनी चाहिए। ब्लीच में मौजूद क्लोरीन व अन्य केमिकल कोरोनावायरस की सुरक्षा परत को तोड़ देते हैं। इसस ब्लीचिंग युक्त पानी का उन सभी जगहों पर स्प्रे करना चाहिए जहां जहां हमारे हाथ लगते हैं। टीवी के रिमोट,लैपटॉप, मोबाइल फोन, घरों की कुंडिया इत्यादि पर इसका स्प्रे करके हम कोरोनावायरस को खत्म करके संक्रमित होने से बच सकते हैं।
- कीटाणु नाशक दवाओं के द्वारा कोरोनावायरस को खत्म नहीं किया जा सकता है क्योंकि कीटाणु सजीव होते हैं इसलिए उनको एंटीबायोटिक यानी कीटाणु नाशक दवाओं से खत्म किया जा सकता है लेकिन वायरस निर्जीव कण होते हैं इन पर एंटीबायोटिक दवाओं का कोई असर नहीं होता। यानी कोरोनावायरस को एंटीबायोटिक दवाओं से खत्म नहीं किया जा सकता है।
- कोरोनावायरस की उम्र, यह इस बात पर निर्भर करती है कि वायरस कहां और किस जगह पर है? यहां हम कुछ उदाहरण देंगे -
- कपड़ों पर - 3 घंटे तक
- तांबा पर - 4 घंटे तक
- कार्डबोर्ड पर - 24 घंटे तक
- अन्य धातुओं पर - 42 घंटे तक
- प्लास्टिक पर - 72 घंटे तक
- इस समयावधि के बाद कोरोनावायरस खुद-ब-खुद विघटित हो जाता है। लेकिन इस समयावधि के दौरान किसी इंसान ने उन संक्रमित चीजों को हाथ लगाया और अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं बिना नाक, आंख या मुंह को छू लिया तो वायरस शरीर में दाखिल हो जाएगा और एक्टिव हो जाएगा।
- चलिए, अब हम जान लेते हैं कि क्या कोरोना वायरस हवा में मौजूद हो सकता है? अगर हां तू यह कितनी देर तक विघटित हुए बिना रह सकता है? हमने इससे पहले कुछ उदाहरणों का जिक्र किया था अगर आप उन चीजों को हवा में हिलाते या झाड़ते हैं तो कोरोनावायरस हवा में फैलने की संभावना है। और अगर वायरस हवा में फैल जाता है तो वह हवा में 3 घंटे तक रह सकता है उसके बाद वह खुद-ब-खुद ही विघटित हो जाता है।
- कोरोनावायरस के लिए किस तरह का माहौल फायदेमंद है और किस तरह के माहौल में वह जल्दी विघटित होता है? कोरोनावायरस कुदरती ठंडक या एसी (AC) की ठंडक में मजबूत होता है। इसी तरह अंधेरे और नमी वाले जगह पर भी ज्यादा देर तक जिंदा रहता है। यानी इन जगह पर जल्दी विघटित नहीं होता। सूखा, गर्म और रोशनी वाला माहौल कोरोना वायरस के जल्दी खात्मे में मददगार है। इसलिए जब तक इसका प्रकोप है तब तक ऐसी (AC) या कूलर का उपयोग ना करें।
- सूरज की तेज धूप का भी कोरोनावायरस पर असर पड़ता है। सूरज की धूप में मौजूद अल्ट्रावायलेट किरणें कोरोनावायरस को तेजी से विघटित कर देती है। यानी तोड़ देती है क्योंकि सूरज की तेज धूप में उसकी सुरक्षा परत पिघल जाती है। इसलिए चेहरे पर लगाए जाने वाले फेस मास्क या रुमाल को अच्छे डिटर्जेंट से धोने और तेज धूप में सुखाने के बाद ही इस्तेमाल करना चाहिए।
- क्या हमारी चमड़ी (त्वचा) से कोरोनावायरस शरीर में जा सकता है? नहीं, तंदुरुस्त त्वचा से कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता। अगर त्वचा पर कहीं कट लगा है या घाव है तो इस से संक्रमण की संभावना है।
- सिरका से कोरोनावायरस पर कोई असर नहीं पड़ता हैं। तो अगर आप सिरका से सब्जियां, फल इत्यादि को धोते हैं तो इससे कोई फायदा नहीं है।
Good
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